बेटियों ने दी पिता ताराचंद को मुखाग्नि,राजू ठेहट के हत्यारों ने ताराचंद को मारी थी गोली
Daughters lit fire to father Tarachand, Raju Thehat's killers shot Tarachand
![Daughters lit fire to father Tarachand, Raju Thehat's killers shot Tarachand](https://newsandjobs.in/wp-content/uploads/2022/12/c68eba6d_631060_P_10_mr-300x63.jpg)
जाट समाज समन्वय समिति ने बैठक में चर्चा के बाद मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
सीकर में हुए राजू ठेहट हत्याकांड में हत्यारों द्वारा नागौर जिले के जायल तहसील के दोतिना गांव निवासी ताराचंद कड़वासरा को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अंतिम संस्कार से पहले बड़ी बेटी मोनिका, कोनिटा, बीना और बेटे नवीन ने अर्थी को कंधा दिया.सीकर में हुए राजू ठेहट हत्याकांड में हत्यारों द्वारा नागौर जिले के जायल तहसील के दोतिना गांव निवासी ताराचंद कड़वासरा को गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक के परिजनों और प्रशासन के बीच मांगों पर सहमति बनने के बाद मृतक ताराचंद कड़वासरा का शव परिजनों को सोपा गया. अंतिम संस्कार से पहले बड़ी बेटी मोनिका, कोनिटा, बीना और बेटे नवीन ने अर्थी को कंधा दिया.मोक्षधाम पहुंचने पर बेटे व बेटियों ने पिता को मुखाग्नि दी।
दोतीणा गांव के ताराचंद कड़वासरा शनिवार सुबह सीकर अपनी बेटी से मिलने गये,कोचिंग सेंटर के सामने बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी गई थी,घटना के विरोध में नागौर जिले के सैकड़ों लोगों ने सीकर पहुंच कर अस्पताल मोर्चरी के बाहर धरना दिया, जो रविवार देर रात मांगें मानने तक जारी रहा। इस दौरान नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल, लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, राजस्थान यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष निर्मल चौधरी सहित जनप्रतिनिधियों ने धरने का समर्थन करते हुए रविवार देर रात को सरकार व प्रशासन से वार्ता कर मांगों पर सहमति बनाई। जिसमें ताराचंद की बेटी को सरकारी कॉलेज में एमबीबीएस की सीट मैनेजमेंट कोटे से फ्री करवाने की घोषणा के साथ परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने की घोषणा की गई।
मृतक ताराचंद कड़वासरा शनिवार को कोचिंग संस्थान में पढ़ रही अपनी बेटी से मिलने सीकर गये थे. कोचिंग के सामने ही राजू ठेहट हत्याकांड के आरोपियों ने ताराचंद कड़वासरा को गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक ताराचंद का पार्थिव शरीर गांव पहुचने पर ग्रामीणों ने परिजनों को ढांढस बंधाया और अंतिम संस्कार किया गया इस दौरान उपखण्ड अधिकारी ओमप्रकाश वर्मा. बड़ी खाटू थानाधिकारी गणेशाराम सहित प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे.
मृतक ताराचंद के अंतिम संस्कार में बड़ी बेटी मोनिका, कोनिटा, बीना और भाई नवीन सहित बहन-भाईयों ने पिता की अर्थी को कंधा दिया. परिचितों ने बताया कि मृतक ताराचंद बेटे और बेटी में कोई भेदभाव नहीं समझते थे. बेटियो को पढ़ाने के लिए ताराचंद द्वारा खुद की जमीन कम होने के बावजूद दूसरो की जमीन कास्त पर लेकर बुआई करता थे. मृतक ताराचंद की बड़ी बेटी सीकर, दूसरी जयपुर, तीसरी कोटा और बेटा कुचामनसिटी में पढ़ाई करते थे.
बदमाशों की गोली का शिकार हुए ताराचंद कड़वासरा का शव तीसरे दिन सोमवार को दोपहर करीब ढाई बजे गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों की आंखों से भी आसूं बह निकले। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था, रिश्तेदार व ग्रामीण दिलासा देकर उन्हें चुप कराने का प्रयास करते, लेकिन खुद ही रो पड़ते। तीन दिन से शव सीकर अस्पताल की मोर्चरी में था, इसलिए सबका दर्द दबा हुआ था, लेकिन जब बेकसूर ताराचंद का शव देखा तो रुलाई फूट पड़ी। मिलनसार व्यक्तित्व का धनी ताराचंद गांव में सब का चहेता था। बेटियों को बेटे से बढकर मानने वाले ताराचंद का मोह भी इस कदर था कि बेटियां मोक्षधाम में भी पिता के चेहरे पर हाथ फेरकर रो रही थी। रो-रोकर ताराचंद की तीनों बेटियों की आंखें पथरा गई।
ग्रामीणों ने जैसे-तैसे परिजनों को संभालते हुए ताराचंद के शव को घर से अंतिम संस्कार के लिए रवाना किया। बेटियों और बेटे को समान मानने वाले ताराचंद की बेटियों मोनिका, कोनिटा एवं बीना ने पिता की अर्थी को कंधा दिया। मोक्षधाम पहुंचने पर बेटे व बेटियों ने पिता को मुखाग्नि दी।
ताराचंद की दो बेटियों को मिले राजकीय सेवा में नियुक्ति
जाट समाज समन्वय समिति ने बैठक में चर्चा के बाद मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
सीकर में बदमाशों की गोली का शिकार हुए दोतीणा निवासी ताराचंद कड़वासरा के परिवार को आर्थिक सहायता देने व दो बेटियों को राजकीय सेवा में नियुक्ति देने की मांग को लेकर सोमवार को जाट समाज समन्वय समिति ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इससे पहले समिति अध्यक्ष डॉ. शंकरलाल जाखड़ की अध्यक्षता में नेहरू पार्क में समिति सदस्यों एवं समाज के लोगों की बैठक आयोजित हुई, जिसमें समाज के प्रमुख लोगों ने अपने-अपने विचार रखते हुए घटना की निंदा की तथा प्रदेश में बिगड़ रही कानून व्यवस्था पर गहरा रोष व्यक्त किया।
समाज के वरिष्ठ रामकरण डूकिया ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था एवं खुफिया तंत्र की विफलता पर गहरा दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे ही हालात बने रहे तो शांति प्रिय लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। अध्यक्ष जाखड़ ने कहा कि खुलेआम हो रही ऐसी घटनाएं एक ओर जहां बिगड़ती कानून व्यवस्था की द्योतक है, वहीं अपराधियों व राजनेताओं के गठजोड़ का भी स्पष्ट संकेत है। बिना राजनीतिक संरक्षण के गुंडागर्दी पनप नहीं सकती। इसलिए इस घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए। मेहराम नगवाडिय़ा ने कहा कि बदमाशों ने एक बेटी के सामने उसके निर्दोष पिता ताराचंद की हत्या कर दी गई, यह सभ्य समाज के लिए करारा तमाचा है। बैठक में समिति सचिव दरियाव चौधरी, हरदेव गारू, डॉ. ओमप्रकाश पूनिया, मोहन पोटलिया, अर्जुनराम लोमरोड़, जोगेन्द्र सांगवा, डॉ. रामेश्वर सांगवा, माणक चौधरी, धनराज खोजा, भैराराम धुंधवाल, बीरबल कमेडिय़ा, कानाराम सोमड़वाल, कोजाराम जाखड़, रामप्रकाश बिशु, रमेश खोजा, गोविन्द कड़वा, श्रीराम मुण्डेल, सहदेव कस्वां, ओमप्रकाश डूकिया, हुक्माराम पोटलिया आदि मौजूद रहे।
————————————————Thank You For visit——————————————————-
More Stories
Wonder Cement’s partner meeting organized in Mandrella
मण्ड्रेला में आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में चिकित्सकों ने दी अपनी सेवा
नालवा गांव में हुई चोरी के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, दोनो आरोपियों ने 15 स्थानों से चोरी करना कबूल की